क्या आप भी सिनेमा (Cinema) प्रेमी हैं और क्या आप भी सिनेमा के बारे में कुछ दिलचस्प जानने की कोशिश में रहते हैं?
दुनिया में लोगों को सबसे ज़्यादा आकर्षित करने वाला माध्यम या उद्योग सिनेमा है इसका जादू पूरी दुनिया में लगभग 150 सालों से छाया हुआ है
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Cinema Desk, Mumbai: “सिनेमा” एक ऐसा शब्द जिसके सुनते ही हमारे दिमाग़ में लाखों ख़याल आने शुरू हो जाते हैं कोई इस शब्द को अपनी पसंदीदा फ़िल्म से जोड़कर देखता है तो कोई इसे मनोरंजन के माध्यम के तौर पर देखता है। लेकिन सवाल ये है कि “सिनेमा क्या है?” (What is cinema in hindi) क्या यह महज़ के समय गुज़ारने के लिए किए जाने वाले अर्थहीन कार्यों में से एक है या फिर यह एक गम्भीर विधा है जिसे मानव जाति के सबसे उत्कृष्ट अविष्कारों में से एक है।
विश्व के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका को इस महान अविष्कार का श्रेय जाता है। हम वर्षों के आंकड़ों में नहीं उलझते हैं सिर्फ़ भाव समझने की कोशिश करते हैं तो इतना समझिए भारतीय सिनेमा (Indian Cinema) का जन्म विश्व में थोड़ी देर से हुआ।
आज दुनिया में मनोरंजन के सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले माध्यम में “सिनेमा” का स्थान सर्वोपरि है। सच कहा जाए तो सिनेमा सिर्फ़ मनोरंजन का माध्यम ही नही बल्कि मानव सभ्यता के प्रगति का एक जीवंत रिकॉर्ड है जिससे आज हम विगत वर्षों में दुनिया कैसी हुआ करती थी यह बेहद आसानी से देख सकते हैं।
साल 1955 में हमारे परिधान व बोलचाल की भाषा कैसी थी ये आप आज 2022 में देख और सुन सकते हैं कितना रोमांचकारी लगता है न जैसे आप समय की यात्रा करके उस काल खंड में पहुँच गये हों। बस ऐसे ही लाखों अनुभव उड़े हैं सिनेमा से। हर कोई सिनेमा से जुड़े अपने निजी अनुभवों के आधार पर ही उसकी रूपरेखा अपने मनमस्तिष्क में बनाता है। इसलिए इस प्रश्न की एक समुचित परिभाषा स्थापित करना अत्यंत जटिल प्रक्रिया है और अंतहीन चर्चा का विषय भी।
लोकप्रिय सिनेमा क्या है? (What is popular cinema?)
जैसा की नाम से ही स्पष्ट है कि बड़ी संख्या में लोगों के द्वारा पसंद किए जाने वाला सिनेमा ही लोकप्रिय सिनेमा है। यह हर देश, बोली-भाषा और स्थान के अनुसार यह अलग-अलग हो सकता है भारत में बॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय फ़िल्म शोले है।
भारत की सबसे अधिक लोकप्रिय फ़िल्म (India’s most popular film)-
इस जटिल प्रश्न का उत्तर गूगल भी देने में असमर्थ है क्योंकि इसके उत्तर में काफी विविधताएँ हैं लेकिन हमें किसी एक नतीजे पर पहुँचना होगा इसलिए इस प्रश्न का एक अच्छा उत्तर फ़िल्म शोले को माना जा सकता है। लेकिन नए ज़माने की फिल्मों की बात करें तो इस लिस्ट में बाहुबली, दंगल, पद्मावत, बजरंगी भाईजान, कभी ख़ुशी कभी ग़म जैसी फिल्मों का नाम शामिल किया जा सकता है।
विश्व की सबसे लोकप्रिय फ़िल्म (World’s most popular film) –
वहीं बात करें विश्व की सबसे ज़्यादा लोकप्रिय फ़िल्म की तो साल 2009 में आई जेम्स कैमरून की “अवतार” (Avatar), अभी तक की सबसे सफ़ल, सबसे महँगी, सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्म है। जिसका रिकॉर्ड अभी भी बरकरार है लेकिन 13 सालों बाद इसका दूसरा भाग रिलीज़ Avatar: The Way of Water के लिए तैयार है, अब देखना होगा कि यह अपना ही रिकॉर्ड तोड़ पाने में कामयाब होगी।
सिनेमा के फायदे और नुकसान (Advantages and disadvantages of cinema) –
दुनिया में हर चीज़ के दोनों पहलू होते हैं अच्छे और बुरे, इसलिए हम इसे एक तुलनात्मक अध्ययन के तौर पर देखते हैं। अब इन सब से सिनेमा भला कैसे और कब तक दूर रह सकता था और वही हुआ आज सिनेमा दो धड़ों में बंट चुका है एक है अच्छा सिनेमा और एक है बुरा सिनेमा।
अच्छा सिनेमा क्या होता है? (What is good cinema?)
किसी फिल्म, शॉर्ट फिल्म या वेब सीरीज़ का व्यवसायिक रूप (Commercial Cinema) से सफ़ल होना या बहुचर्चित होना उसकी सफलता का मापदंड ज़रूर हो सकता है लेकिन उसके अच्छे होने का प्रमाण नहीं, इसका मतलब सुर्खियों और चर्चा में बने रहने वाली फिल्में और बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई करनी वाली फिल्में सिर्फ़ इस बात से ही अच्छी फिल्म या अच्छा सिनेमा (Good Cinema) नही बन जाती है।
अच्छा सिनेमा उसे माना जा सकता है जो एक विशाल आयु वर्ग समूह को सकारात्मक रूप से प्रेरित करे और मानवता के विकास में, समाजिक सामंजस्य स्थापित करने में उसका योगदान हो या फिर कला का उत्कृष्ट उदाहरण प्रकट करता हो। यही सिनेमा युगों तक अमर रहेगा और आदर्श सिनेमा की परिभाषा बनेगा।
बुरा सिनेमा क्या होता है? (What is Bad cinema?)
बुरा सिनेमा किसी बुरे इंसान के गुणों भरपूर सिनेमा हो सकता है जिसमें अत्यधिक हिंसा, विचलित करने वाले दृश्य, अश्लीलता, व्यसन, व्यभिचार, विलासिता को प्रसारित करने वाला हो और मानसिक रूप से तनावग्रस्त करने वाला हो जिसे देखकर अमानवीय कृत्य करने की इच्छा उतपन्न हो उसे आम तौर पर एक बुरा सिनेमा माना जा सकता है।
दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि इस प्रकार का सिनेमा (Bad Cinema) व्यवसायिक रूप से ज़्यादा सफ़ल होता है और निर्माता आर्थिक लाभ के लिए ऐसे सिनेमा का बढ़चढ़ कर निर्माण करते हैं।
सिनेमा से आप क्या समझते हैं?
एक विशाल आयु वर्ग समूह को सकारात्मक रूप से प्रेरित करे और मानवता के विकास में, समाजिक सामंजस्य स्थापित करने में उसका योगदान हो या फिर कला का उत्कृष्ट उदाहरण प्रकट करता हो। यही सिनेमा युगों तक अमर रहेगा और आदर्श सिनेमा की परिभाषा बनेगा
सिनेमा का क्या महत्व है?
सिनेमा एक ऐसा मनोरंजन का माध्यम है जो लोगों को विविध विषयों पर विचार करने और उन्हें जानने के लिए प्रेरित करता है। साथ ही सिनेमा की भूमिका संस्कृतियों और देशों को जोड़ने में भी अहम है और इसने लोगों के मनोरंजन के अलावा उनकी सोच और दृष्टिकोण को भी बदलने का काम किया है।